महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय में आचार्य में शास्त्री, स्नातक या इसके समकक्ष पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय में विद्यार्थी आचार्य व शास्त्री की डिग्री के अलावा सात प्रकार के डिप्लोमा भी कर सकते हैं। जिनकी अवधि एक से दो वर्ष है ।
प्रदेश के पहले महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय मूंदड़ी में नए सत्र के लिए नई शिक्षा नीति के तहत दाखिले होंगे। विवि में अब आचार्य की पढ़ाई दो वर्ष तो शास्त्री की पढ़ाई चार वर्ष की होगी। विद्यार्थी शास्त्री की पढ़ाई स्नातक की तरह चार वर्ष में पूरी कर पाएंगे। विश्वविद्यालय में एक जून से दाखिला प्रक्रिया शुुरू हो चुकी है।
200 से अधिक ऑनलाइन आवेदन आ चुके
खास बात यह है कि इस बार विद्यार्थियों को वरीयता सूची का इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा। इसमें आवेदन करने के बाद 15 जुलाई तक विद्यार्थी वरीयता सूची के आधार पर सीधा दाखिला ले सकते हैं। अब तक सभी कोर्सों के लिए 200 से अधिक आवेदन आ चुके हैं।
एक नया विषय हिंदू अध्ययन जोड़ा
शास्त्री में विद्यार्थियों को सात विषय पढ़ाए जाते हैं। जिसमें व्याकरण, साहित्य, दर्शन, योग, ज्योतिष, वेद, धर्मशास्त्र शामिल हैं। आचार्य में विद्यार्थियों को आठ विषय पढ़ाए जाते हैं। इसमें सात विषय शास्त्री के ही शामिल हैं और एक नया विषय हिंदू अध्ययन जोड़ा गया है।
समकक्ष पढ़ाई अनिवार्य
महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय में आचार्य में शास्त्री, स्नातक या इसके समकक्ष पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय में विद्यार्थी आचार्य व शास्त्री की डिग्री के अलावा सात प्रकार के डिप्लोमा भी कर सकते हैं। जिनकी अवधि एक से दो वर्ष है। ज्योतिष वेद, पौरोहित्य कर्मकांड, वैदिक गणित, वास्तुशास्त्र, संस्कृत भाषा दक्षता, योग का डिप्लोमा एक वर्षीय तो आयुर्वेद का डिप्लोमा दो वर्ष का है। इसके लिए 12वीं या इसके समकक्ष पढ़ाई अनिवार्य है।
विवि में सीटें कोर्स सीटें
आचार्य 30
शास्त्री 35
शॉर्ट टर्म कोर्स में सीटें
ज्योतिष वेद 50
पौरोहित्य कर्मकांड 50
वैदिक गणित 50
वास्तु शास्त्र 50
योग 50
आयुर्वेद 50
अधिकारी के अनुसार
विश्वविद्यालय में आवेदन प्रक्रिया जारी है। विद्यार्थी 15 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। इस बार नई शिक्षा नीति के तहत दाखिले किए जा रहे हैं। आवेदन करने के बाद 15 जुलाई तक विद्यार्थी वरीयता सूची के आधार पर सीधा दाखिला ले सकते हैं। अब तक सभी कोर्सों के लिए 200 से अधिक आवेदन आ चुके हैं। शास्त्री कोर्स अब विद्यार्थी चार वर्ष में पूरा करेंगे।