मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले दल बदल की राजनीति जारी है. ऐसे में खरगोन में बहुजन समाज पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने में लग गई है. बीते दिनों बसपा के पूर्व प्रदेश प्रभारी भगवान बडोले अपने 40 साथियों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए. इसके बाद बसपा ने कांग्रेस के 55 कार्यकर्ताओं का पार्टी में शामिल होने का दावा किया. इस दावे पर भगवान बडोले ने कहा कि कांग्रेस का कोई नेता बसपा में शामिल नहीं हुआ है. यह फर्जी बात है.
बीएसपी के प्रदेश प्रभारी रमेश डाबर की मौजूदगी में चुनावों के मद्देनजर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस दौरान रमेश डाबर ने दावा किया कि कांग्रेस के नेता उनकी पार्टी में शामिल हो रहे हैं. दरअसल इस दावे के जरिए बीएसपी दलित और मुस्लिम वोट बैंक को लेकर चिंतित है. ऐसे में चुनाव से पहले अपने बचे जनाधार को कायम रखने की कसरत कर रही है. खरगोन जिला मुख्यालय पर बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद राजनीति तेज हो गई है.
बसपा ने भगवान बडोले को 6 महीने पहले ही पार्टी से निकाला
बसपा के प्रदेश प्रभारी रमेश डाबर का दावा है कि कांग्रेस के 55 कार्यकर्ता बसपा में शामिल हुए हैं. उन्होंने कांग्रेस और भाजपा को चुनाव में हराने के लिए कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया है. भगवान बडोले और 40 कार्यकर्ताओं के कांग्रेस में शामिल होने पर रमेश डाबर ने कहा था कि हमने 2018 और 2019 की समीक्षा बैठक की है. इसमें कुछ नेताओं ने कांग्रेस और भाजपा को पार्टी को बेच रखा था. बडोले को बहुजन पार्टी ने 1 साल पहले ही दरकिनार कर 6 महीने पूर्व पार्टी से निकाल दिया था.
भगवान बडोले का दावा एमपी में खत्म हो चुकी है बीएसपी
कांग्रेस में शामिल हो चुके भगवान बडोले का कहना है कि कोई भी कांग्रेस का नेता बहुजन पार्टी में शामिल नहीं हुआ. ये फर्जी बात कर रहे हैं. एक नेता या कार्यकर्ता का नाम बताएं जो कांग्रेस छोड़कर बीएसपी में शामिल हुआ. बीएसपी तो अब जिले में खत्म हो गई है. हमने तो बकायदा लिस्ट जारी की है, अब उत्तर प्रदेश में ही पार्टी का जनाधार खत्म हो रहा है. मध्य प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी खत्म हो गई है. मैंने पार्टी से इस्तीफा बहन मायावती को दुखी होकर दिया था, 25 साल तक पार्टी के लिए काम किया लेकिन अब पार्टी खत्म हो चुकी है. उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बन रही है.