सिरसा । शहीद पत्रकार राम चन्द्र छत्रपति की पत्नी कुलवंत कौर का बुधवार रात हृदयगति रुक जाने से निधन हो गया है। बहुचर्चित साध्वी यौन शोषण मामले में जो पत्र लिखे गए थे, उनको ही छत्रपति रामचंद्र ने अपने अखबार में प्रकाशित किया था। छत्रपति पर पहले दबाव बनाया गया था।
जब वे धमकियों के आगे नहीं झुके तो 24 अक्तूबर 2002 को सिरसा में घर के बाहर ही उनको गोली मार दी गई थी। 28 दिन बाद 21 नवंबर 2002 को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उपचार के दौरान छत्रपति रामचंद्र ने दम तोड़ दिया था।
पिछले साल अक्तूबर में इस हत्याकांड में 19 साल बाद पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट ने डेरामुखी गुरमीत राम रहीम सिंह समेत पांच लोगों को दोषी करार दिया था। इस मामले में 250 पेशी और 61 लोगों की गवाही हुई थी।
रणजीत सिंह हत्याकांड में तीन गवाह महत्वपूर्ण थे। इनमें दो चश्मदीद गवाह सुखदेव सिंह और जोगिंद्र सिंह हैं। इनका कहना था कि उन्होंने आरोपियों को रणजीत सिंह पर गोली चलाते देखा था।