यमुनानगर | हरियाणा के यमुनानगर में पत्नी और अन्य ससुरालजनों के टॉर्चर से परेशान युवक राकेश ने छत से छलांग लगा दी थी। पांच दिन इलाज चला, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए और बीती रात चंडीगढ़ पीजीआई में उसकी मौत हो गई। मृतक के भाई के बयान पर पुलिस ने उसकी पत्नी मीनू, सास और साले के खिलाफ दफा 306, 34 के तहत केस दर्ज किया है। अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जानकारी के अनुसार गांव चरौली निवासी राकेश कुमार की शादी करीब 7 साल पहले गांव ताजकपुर की मीनू के साथ हुई थी। मीनू करीब दो साल से बच्चों के साथ मायके में रह रही थी। 14 जनवरी को राकेश पत्नी और बच्चों से मिलने के लिए ससुराल गया था। रात को उसे घायलावस्था में यमुनानगर के नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया गया। सूचना दी कि वह सीढ़ियों से गिर गया है।
चंडीगढ़ में चल रहा था इलाज
डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत काे देखते हुए चंडीगढ़ पीजीआई रेफर किया था। पांच दिन से उसका वहीं इलाज चल रहा था। बुधवार शाम को डॉक्टरों ने जवाब दे दिया कि उसका बचना मुश्किल है। परिजन उसे वापस ला रहे थे तो रास्ते में उसकी मौत हो गई। उसके शव को नागरिक अस्पताल में रखा गया। सुबह युवक की मौत की सूचना के बाद पुलिस अस्पताल पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराया। साथ ही परिजनों के बयान भी दर्ज किए।
मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया
पुलिस के जांच अधिकारी ASI अनिल कुमार, HC अशोक कुमार ने बताया कि मृतक राकेश के भाई सन्नी के बयान पर पुलिस ने उसकी पत्नी मीनू और अन्य ससुरालजनों के खिलाफ धारा 306 और 34 के तहत केस दर्ज किया है। ससुरालजन राकेश को मानसिक तौर पर परेशान कर रहे थे। प्रताड़ना से तंग आकर उसने ससुराल में छत से छलांग लगा दी थी। इससे उसकी मौत हो गई।
बच्चों से नहीं देते थे मिलने
मृतक राकेश के भाई सन्नी ने बताया कि उसकी पत्नी मीनू करीब 2 साल से मायके मे थी। बच्चों को भी साथ लेकर गई थी। वह चाहती थी कि राकेश गांव में अपना घर वगैरह बेच कर शहर में रहने लगे। वह राकेश से ज्यादा पढ़ी हुई थी। उसने भाई को शादी के बाद से ही परेशान कर रखा था। कई बार थाने में उसके खिलाफ झूठे केस दर्ज कराए गए। राकेश ससुराल जाता तो बच्चों से भी नहीं मिलने दिया जाता।
ससुरालजनों द्वारा उसे बुरी तरह से प्रताड़ित किया जा रहा था। इससे उसने परेशान होकर ससुराल में जाकर छत से छलांग लगा दी। इससे उसकी मौत हो गई।