कैथल SHO जयवीर शर्मा को विजिलेंस 12 बजे कोर्ट में पेश किया। तीसरी बार का रिमांड पूरा होने के बावजूद विजिलेंस SHO से रिश्वत के पैसों को बरामद नही करवा सकी। इसके लिए विजिलेंस ने थाना के कोने-कोने को छान लिया। इस दौरान थाना का गटर और शौचालय टैंक तक में तलाशी की। कहीं भी रिश्वत के पैसे बरामद नहीं हुए। ऐसे में कोर्ट ने अब 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसके लिए 3 बार में 4 दिन का रिमांड लिया।
एडवोकेट अशोक गौतम ने बताया कि विजिलेंस ने जयवीर शर्मा का कोर्ट में पेशकर ज्युडिशियल के लिए भेजा। विजिलेंस ने पुलिस रिमांड नहीं मांगा और न ही कोर्ट ने रिमांडा दिया। विजिलेंस रिमांड के दाैरान कोई पैसे की बरामदगी नहीं हुई। विजिलेंस ने 5 हजार रुपये रिश्वत राशि और पवन द्वारा दी गई शिकायत बरामद करनी है। पवन ने कोर्ट में आकर कहा कि उसने चांद राम के खिलाफ कोई शिकायत नहीं दी गई। जब शिकायत ही नहीं दी तो बरामदगी कहां से होगी। 5 हजार रुपये दो मिनट में कैसे गायब हो सकते हैं। एक ही कमरे में खड़े हो, वहीं पकड़ा गया। ऐसे में 5 हजार रुपये कोई कागज का छोटा टुकड़ा तो है नहीं, जिसे गायब किया जा सके। 5 हजार रुपये बड़ी राशि थी। जिन्हें ओझल नहीं किया जा सकता। बार-बार इसकी बात को लेकर रिमांड मांगा गया था। इस मामले में जयवीर के समर्थन में 36 बिरादरी के लोग इकट्ठा हुए।
4 दिन में पांचवीं बार कोर्ट में पेश होंगे SHO
विजिलेंस SHO को पिछले 4 दिनों में पांचवीं बार कोर्ट में पेश करेगी। अब तक 3 बार कोर्ट से रिमांड ले चुकी है। बुधवार को विजिलेंस ने SHO जयवीर शर्मा को चीका थाना से 5 हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में मौके पर पकड़ा था, लेकिन रिश्वत के रुपये SHO से बरामद नहीं हुए। पैसे बरामद करने के लिए साढ़े 5 घंटे पूछताछ के बाद अंबाला ले गई। केस दर्ज कर गुरुवार को कोर्ट में पेश कर 1 दिन का पुलिस रिमांड लिया। शुक्रवार को 2 बार कोर्ट में पेश कर दोबारा से 1 दिन का पुलिस रिमांड लिया। शनिवार को फिर से 2 दिन का रिमांड लिया गया है।
ऑडियो के आधार पर किया केस दर्ज
विजिलेंस ने ऑडियो के आधार पर आरोपी SHO जयवीर शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। इसके बाद कैथल कोर्ट के एसीजेएम प्रवेश सिंगला की कोर्ट में पेशकर दो बार रिमांड कर चुके हैं। इस दौरान विजिलेंस ने कोर्ट के समक्ष रिकार्डिंग की हुई 20-25 सेंकेंड की ऑडियों सुनाई।
बचाव पक्ष के वकील अर्पित गुप्ता का कहना है कि विजिलेंस टीम की रेड पूरी तरह से प्लांट की गई थी। टीम के पास एक सीडी में रिकॉर्डिंग थी जिसमें कुछ भी स्पष्ट नहीं था। जज ने विजिलेंस टीम से भी पूछा की सिर्फ इस रिकॉर्डिंग के बेस पर FIR कैसे कर ली। विजिलेंस से पूछा की शिकायतकर्ता के बैक्रग्राऊंड की जांच की है। शिकायतकर्ता काम ही यही है। यह पहले लोगों को फंसाता है और फिर मामला कोर्ट में चले जाने के बाद रुपए लेकर आरोपी के पक्ष में गवाही दे देता है।
बुधवार को हुआ पूरा घटनाक्रम
बता दें कि बुधवार को कैथल के चीका थाना SHO जयवीर शर्मा को विजिलेंस साढ़े 5 घंटे पूछताछ के बाद हिरासत में लेते हुए अंबाला ले गए। जहां से आज कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया जाएगा। विजिलेंस को SHO जयवीर शर्मा के खिलाफ गुहला पूर्व पार्षद चांद राम ने 5 हजार रुपये रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी। शिकायत के बाद योजना के तहत बुधवार दोपहर करीब 1:30 बजे चांदराम थाना में SHO जयवीर से मिले। हाथ मिलाया और उन्हें बातचीत करते हुए गेट तक ले गए। जहां पर विजिलेंस ने उन्हें पकड़ लिया।
पूछताछ के लिए एक कमरे में ले गए। SHO के पास से रिश्वत का कोई पैसा बरामद नहीं हुआ। सूचना पूरे शहर में फैल गई। शहर के लोग थाना परिसर में पहुंच गए। विजिलेंस के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धरना दे दिया। विजिलेंस टीम ने अंबाला से अन्य टीम सदस्यों व आईजी को बुला लिया। वहीं धरना-प्रदर्शन को देखते हुए एसपी कैथल लोकेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे। करीब 6 बजे विजिलेंस SHO को अंबाला ले गई।