( गगनप्रीत ) चंडीगढ़ में ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन न करने पर बड़ा जुर्माना भरना पड़ता है। नियमों की अनदेखी करना वाहन चालकों के लिए मुसीबत बन जाता है। क्योंकि शहर के हर सड़क व चौराहे पर तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे हैं। छोटी सी गलती पर भी चालान कट जाता है। रोजाना सैकड़ों लोग ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करते हैं। अगर पुलिस के आंकड़ों पर ही नजर डाली जाए तो पिछले चार साल में सबसे अधिक चालान केवल विदआउट हेलमेट के हुए हैं। इसके बाद ओवरस्पीड के चालान की संख्या सबसे ज्यादा है।
आंकड़ों के मुताबिक पिछले चार सालों में करीब छह हजार वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने पर ड्राइविंग लाइंसेंस सस्पेंड हुए हैं। पुलिस के मुताबिक ट्रैफिक नियमों को लेकर यूटी पुलिस की ओर से रोजाना स्कूल सहित अन्य शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों को नियमों का पाठ पढ़ाने के लिए जागरूकता शिविर लगाए जा रहे है। इन शिविरों में ट्रैफिक पुलिस के कर्मी व अधिकारी बच्चों को नियमों के बारे में जानकारी देते हैं और उन्हें वाहन चलाने से लेकर पार्क करने, रेड लाइट पर रूकने, साइड देने, दस्तावेज पूरे करने सहित अन्य नियमों बारे बताया जाता है।
अगर पुलिस के रिकॉर्ड पर नजर डाले तो वर्ष 2021 व वर्ष 2022 में सबसे अधिक वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस रजिस्ट्रिंग लाइंसेंसिंग अथॉरिटी (आरएलए) की ओर से सस्पेंड किए गए हैं। हालांकि अगर वर्ष 2023-24 की बात करें तो लाइसेंस सस्पेंड के आंकडों में काफी कमी आई है। वर्ष 2024 में एक जनवरी से जून महीने तक करीब 292 वाहन चालकों के नियम तोड़ने पर लाइसेंस सस्पेंड किए गए है। ऐसे में जिन वाहन चालकों के लाइसेंस सस्पेंड हो जाते है, उन्हें फिर से नियमों का पाठ पढ़कर ट्रैफिक नियमो की परीक्षा से गुजरना पड़ता है। साथ ही चालान कटने का जुर्माना भी भुगतना पड़ता है।