( गगन थिंद ) हरियाणा विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के बाद नायब के साथ मंत्रिमंडल ने शपथ ले ली है। मंत्रिमंडल गठन के बाद अब स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के लिए नामों की चर्चा शुरू हो गई है। इन पदों के लिए नामों की घोषणा कभी भी हो सकती है। स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के लिए 2-2 नाम दौड़ में हैं। स्पीकर के लिए करनाल की घरौंडा सीट से हरविंद्र कल्याण और फरीदाबाद की बल्लभगढ़ सीट से मूलचंद शर्मा का नाम आगे चल रहा है। इसमें हरविंद्र कल्याण फ्रंट रनर हैं। इसके अलावा डिप्टी स्पीकर के लिए भी 2 नाम आगे हैं। इसमें जींद से विधायक कृष्ण मिड्ढा और सफीदों से राम कुमार गौतम शामिल हैं। करनाल और जींद से नाम आगे चलने की बड़ी वजह है, क्योंकि इन दोनों जिलों को सरकार में कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। करनाल जिला की सभी 5 सीटों पर भाजपा जीती है। वहीं जींद जिला की 4 में से 3 सीटें भाजपा जीतने में कामयाब रही। ऐसे में इन दोनों जिलों को भी सरकार में भागीदार बनने का मौका मिल सकता है।
स्पीकर के लिए हरविंद्र का नाम फ्रंट पर क्यों
हरविंद्र घरौंडा सीट से लगातार तीसरी बार जीतकर विधायक बने हैं। रोड समाज से आते हैं, जो भाजपा के साथ खड़ा नजर आता है। अभी तक रोड समाज को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है। हरविंद्र की गिनती मनोहर लाल के करीबियों में होती है। भाजपा को करनाल लोकसभा की सभी 9 सीटों पर जीत मिली है। पानीपत में 4 सीटें जीतीं। यहां से 2 मंत्री बनाए गए, मगर 5 सीटों वाली करनाल से अभी तक कोई शामिल नहीं किया गया।
डिप्टी स्पीकर पद के लिए इसलिए मिड्ढा का नाम आगे
जींद विधानसभा सीट से कृष्ण लाल मिड्ढा ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है। भाजपा ने अभी सिर्फ एक पंजाबी चेहरे अनिल विज को मंत्रिमंडल में शामिल किया है। पिछले मंत्रिमंडल में 2 पंजाबी चेहरे थे। जींद और हिसार में 2 पंजाबी चेहरे चुनाव जीते। जिसमें कृष्ण मिड्ढा और विनोद भयाणा शामिल हैं। दोनों ही मनोहर लाल के नजदीकी माने जाते हैं। हिसार से रणबीर गंगवा कैबिनेट में शामिल किए गए हैं, इसलिए कृष्ण मिड्ढा का नाम डिप्टी स्पीकर पद के लिए आगे है।
5 जिलों में भाजपा का एक भी विधायक नहीं
भाजपा ने 48 सीटों पर दर्ज की है, लेकिन 5 जिलों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई। इन जिलों में नूंह, सिरसा, झज्जर, रोहतक और फतेहाबाद शामिल हैं। पांचों जिलों में कुल 19 विधानसभा सीटें हैं। इन जिलों में पूर्व विधायकों व चुनाव लड़ने वाले भाजपाइयों के जरिए ही सरकार विकास का रोडमैप तैयार करेगी, वहीं इन क्षेत्रों में चेहरा होंगे।
भाजपा सरकार में पहली बार 11 कैबिनेट मंत्री
भाजपा ने इस बार मंत्रिमंडल में हर जाति को बैलेंस करने का प्रयास किया है। अबकी बार 11 कैबिनेट मंत्री बनाए हैं। 2014 में 9 कैबिनेट मंत्री थे तो वहीं 2019 में दुष्यंत चौटाला सहित 11 कैबिनेट मंत्री थे।