नवीन जयहिंद द्वारा हरिद्वार से 18 जुलाई से शुरू की गई मुख्यमंत्री सद्बुद्धि कांवड़ यात्रा शनिवार को करनाल पहुंची।नवीन जयहिंद ने करनाल पहुंचने पर सेक्टर-12 स्थित जाट भवन में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की गठबंधन सरकार व विपक्ष की कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में विपक्ष मर चुका है। उनके 6 विधायकों को धमकी दी जा रही है, फिर भी विपक्ष नहीं बोल रहा। उन्होंने गृह मंत्री अनिल विज को लेकर कहा कि प्रदेश के गृह मंत्री अपने आप को गब्बर बताते हैं। उन्हें पता होना चाहिए की शोले फिल्म में गब्बर एक डाकू था। इस प्रदेश में भी डाकुओं की सरकार है।
हरियाणा में नहीं कानून का राज
नवीन जयहिंद ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में इस समय, कंस का राज हो सकता है, कौरवों का राज हो सकता है, कायरों का राज हो सकता है। कानून का राज हरियाणा में नहीं है। प्रदेश में इस समय हर वर्ग परेशान है, चाहे वह जवान हैं, किसान हैं, मजदूर हैं, बेरोजगार हैं या फिर महिलाएं हैं, कोई भी हरियाणा में खुश नहीं है। अगर मुख्यमंत्री प्रदेश का सर्वे करवा लें तो सच पता चल जाएगा।
बिना सुरक्षा घूमे मुख्यमंत्री तो हर घंटे डलेगी 1 हजार जूतों की मालाएं
उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री जी बिना सुरक्षा के घूमते है तो 1 घंटे के अंदर मुख्यमंत्री को 1 हजार से ज्यादा जूतों की मालाएं डाल सकती हैं, चाहे वह किसी भी जगह चले जाएं। चाहे वह करनाल ही क्यों न हो।
जब मुख्यमंत्री से करनाल ही नहीं संभल रहा तो प्रदेश को क्या संभालेंगे। मुख्यमंत्री हरिद्वार तो नहाने जा नहीं सकते। इसलिए वह हरिद्वार से खुद ही गंगा जल लेकर आएं हैं, ताकि मुख्यमंत्री गंगा जल में नहा लें और उन्हें कुछ सद्बुद्धि आ जाए, ताकि वह प्रदेश का विकास करें, न कि विनाश।
इन मुद्दों के लिए लेने गए थे कांवड़
मुद्दा नम्बर-1 :- पहरावर की जमीन का नहीं हुआ अभी तक नोटिफिकेशन, सरकार लगी है सुर्खियां बटोरने में
नवीन जयहिंद ने कहा कि पहरावर की जमीन पर जो स्कूल कॉलेज और हॉस्पिटल बनना है, उसके लिए अभी तक नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ। सरकार मीडिया में सुर्खियां बटोरने में लगी है, लेकिन अभी तक नोटिफिकेशन सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया। उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार स्कूल कॉलेज और हॉस्पिटल के लिए 100 करोड़ रुपए दें। 26 जुलाई को महाशिवरात्रि के दिन भगवान परशुराम मंदिर की नींव रखी जाएगी।
मुद्दा नम्बर-2 :- बेरोजगार खा रहे धक्के, 5 लाख पद खाली पड़े
नवीन जयहिंद ने रोजगार के मुद्दे को उठाते हुए सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 25 लाख बेरोजगार हैं। वे रोजगार के नाम पर धक्के खा रहे हैं, जबकि 5 लाख पद खाली पड़े है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सद्बुद्धि से काम लेकर रिक्त स्थानों को भरने का काम करें। प्रदेश के 13 लाख बच्चे ऐसे हैं, जिनका अभी तक कम्बाइन एन्ट्रेस टेस्ट नहीं हुआ है, सरकार उन्हें बहकाने में लगी है।
इस सरकार से अभी तक एग्जाम ही नहीं करवाया जा रहा है तो प्रदेश में खाली पड़े पदों पर नियुक्ति करवाने का तो सवाल ही नहीं उठता। अध्यापकों के 40 हजार पद खाली पड़े हैं। भगवान भोलेनाथ मुख्यमंत्री को सद्बुद्धि दें, ताकि मुख्यमंत्री जल्द से जल्द इन भर्तियों पर संज्ञान लें और जो पढ़े लिखे बेरोजगार हैं, उनके लिए जल्द से जल्द भर्तियां खोलकर उन्हें नौकरी देने का काम करें।
मुद्दा नंबर-3 :- भाजपा सरकार में विधायक ही नहीं सुरक्षित तो आम आदमी का क्या हाल?
नवीन जयहिंद ने प्रदेश में बढ़ रहे अपराध पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि रोजाना विधायकों को धमकियां मिल रही हैं। डर से विधायक इस्तीफा दे रहे हैं। जब विधायक ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता कैसे सुरक्षित रह सकती है। आए दिन चोरी, चेन स्नैचिंग, लूट, डकैती, हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। सरकार विधायकों की सुरक्षा के लिए उन्हें एके-47 दे रही है, जबकि आम आदमी डर के साए में है, उनकी सुरक्षा कहां है।
नूंह में अवैध खनन माफिया के चलते डीएसपी सुरेन्द्र कुमार को डम्पर के तले कुचल दिया गया। सुरक्षा प्रदान करने वाली पुलिस खुद ही सुरक्षित नहीं है। उन्होंने प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश के गृहमंत्री अपना नाम गब्बर रखे हुए हैं, जबकि शोले फिल्म में गब्बर का किरदार एक डाकू का था। इसलिए हरियाणा की मनोहर लाल सरकार डाकुओं की सरकार है, जो प्रदेश को लूटने का काम कर रही है।
मुद्दा नंबर-4 :- भ्रष्टाचार मुक्त हो प्रदेश
नवीन जयहिंद ने कहा कि उनका चौथा मुद्दा प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त करने का है। प्रदेश भ्रष्टाचार में पहले नंबर पर है। एचपीएससी घोटाला, फार्मेसी घोटाला मात्र छोटे घोटाले हैं। प्रदेश के हर विभाग में कमीशन का खेल जारी है।
मुद्दा नंबर-5:- नशे पर लगे लगाम
नवीन जयहिंद ने कहा कि उनका 5वां मुद्दा नशे पर लगाम लगाना है। दूध-दही का खाना वाले प्रदेश में नशा युवाओं को निगल रहा है। इस पर अंकुश लगाए जाने की जरूरत है। इन मुद्दों को लेकर ही यह कांवड़ यात्रा लाई गई है।