( गगन थिंद ) जिस तरह से युवाओं में विदेश जाने की होड़ लगी है इसका असर अब हर चीज़ पर देखने को मिल रहा है. विदेश जाने के नाम पर म्यूज़िक इंडस्ट्री में अलग अलग गाने बने, कपड़ों के अलग अलग स्टाइल बने और वाहनों पर भी NRI कल्चर के फ्लैग देखने को मिल जाते हैं. अब इस में एक नया ट्रेंड ओर जुड़ गया है जो शादी के रंग ढंग से लेकर शादी के कार्ड तक सब कुछ पर विदेश जाने की होड़ का नशा दिखाई देने लगा है. अब मार्केट में एक ऐसा शादी का कार्ड उपलब्ध है जिसे देखकर आपको पासपोर्ट की याद आ जाएगी.
जी हाँ वेडिंग पासपोर्ट के नाम से एक शादी का कार्ड मार्केट में उपलब्ध है जिसमें बोर्डिंग पास से लेकर-एयर टिकट तक सारी चीज़ें पासपोर्ट की तरह ही बनायी गई है. इस शादी के कार्ड का साइज़ भी पासपोर्ट की तरह ही है जिसे नाम दिया गया है वेडिंग पासपोर्ट.
जिस तरह शादी के कार्डों का ट्रेंड समय समय पर बदलता रहता है. किसान आंदोलन के समय No farmer-No food, जैसे स्लोगन वाले कार्ड चर्चा में थे . इसके अलावा हरियाणवी बोली के वेडिंग कार्ड का चलन भी मार्केट में काफ़ी बढ़ा था. लेकिन अगर अब देखा जाए तो युवाओं में विदेश जाने की होड़ लगी है तो उसी के चलते ही मार्किट में वेडिंग पासपोर्ट के नाम से एक शादी का कार्ड काफ़ी चर्चा मे है जो युवाओं को काफ़ी लुभा रहा है. कार्ड का साइज़ बिलकुल पासपोर्ट की तरह है और इसमें एयर टिकट बोर्डिंग पास आदि सभी को वेडिंग वेन्यू के रूप में प्रस्तुत किया गया है. कार्ड के कवर पेज बार वेडिंग पासपोर्ट लिखा गया है. कार्ड की क़ीमत का अगर ज़िक्र करें तो मात्र 10 रुपया में ये वेडिंग कार्ड मार्केट में उपलब्ध है.
कार्ड बनवाने वाले एक युवा ने बताया कि उसकी बहन की शादी के लिए उन्होने ये कार्ड बनवाया है हालाँकि उनके परिवार में कोई विदेश नहीं जा रहा लेकिन फिर भी उन्होंने किसी सोशल मीडिया साइट पर ऐसा कुछ देखा था जिसके बाद उन्होंने वेडिंग पासपोर्ट वाला कार्ड छपवाया जो देखने में काफ़ी अच्छा लग रहा है.
प्रिंटिंग प्रेस पर विज़िटिंग कार्ड छपवाने पहुँचे एक दुकानदार ने भी कार्ड की काफ़ी तारीफ़ की और कहा कि जिस तरह से युवाओं में विदेश जाने की होड़ लगी है तो डॉक्टर उसी तर्ज़ पर रंग ढंग बदलने लगे हैं जिसके बाद वेडिंग पासपोर्ट नाम का कार्ड एक नया चलन है और मैं ज़ब अपने बच्चों की शादी में कार्ड छपवाऊंगा तो इसी तरह के कार्ड छपवाऊंगा क्योंकि ये क़ीमत में भी कम है और देखने में भी आकर्षक है.
प्रिंटिंग प्रेस धारक मनीष कुमार ने कहा कि मार्केट में समय समय पर शादी के कार्डो का ट्रेंड बदलता रहता है. किसान आंदोलन के समय नौ फ़ार्मर-नो फ़ूड स्लोगन वाले कार्ड चर्चा में थे लेकिन जैसे जैसे समय बदलता है वैसे वैसे ट्रेंड भी बदलता है. अब युवाओं में विदेश जाने की होड़ लगी है और उसी के चलते मार्केट में हर चीज़ उसी रंग ढंग में नज़र आ रही है तो ऐसे में शादी के कार्ड का ट्रेंड भी क्यों न बदले तो अब वेडिंग पासपोर्ट के नाम से शादी के कार्ड छपने लगे हैं जिसमें बिलकुल हूबहू पासपोर्ट के साइज़ का कार्ड होता है और उसमें एयर टिकट बोर्डिंग पास आदि को वेडिंग वेन्यू की शक्ल दे दी गई है. इसमें कार्ड छपवाने वाले अपने हिसाब से अलग अलग देशों के नक़्शे या फिर झंडे छपवा सकते हैं. इस कार्ड की क़ीमत भी पॉकेट फ्रेंडली है जो हर किसी के बजट में है. उन्होंने यह भी बताया कि शादी भी एक तरह का है विदेश जाने के समान है क्योंकि युवाओं को एक देश छोड़कर दूसरे देश जाने के लिए पासपोर्ट की ज़रूरत पड़ती है तो उसी प्रकार की लड़की भी एक घर से दूसरे घर जाती है जिसके लिए अब वेटिंग पासपोर्ट की ज़रूरत पढ़ने लगी है.