( गगन थिंद ) हरियाणा में भाजपा नेता एडवोकेट लक्ष्मी नारायण उर्फ घोलू गुर्जर और तहसीलदार के बीच हुए विवाद की जांच अब तेज हो गई है। यह विवाद करीब 14 दिन पहले हिसार तहसील कार्यालय में हुआ था। एक सप्ताह पहले यह मामला जनपरिवाद समिति में उठाया गया था, जिसके बाद पंचायत मंत्री कृष्ण पंवार ने एसडीएम ज्योति मित्तल की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बनाई थी। इस कमेटी में जिलाध्यक्ष और बार एसोसिएशन के प्रधान को भी शामिल किया गया था। मंत्री ने कहा था कि अगर जांच में तहसीलदार दोषी पाए गए, तो उन्हें निलंबित किया जाएगा।
एसडीएम की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने मामले की जांच शुरू की और दोनों पक्षों को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए गए। बुधवार को विधायक रणधीर पनिहार, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक सैनी और बार एसोसिएशन के प्रधान के समक्ष दोनों पक्षों के बयान सुनकर साक्ष्य जुटाए गए। इस मामले में तहसील कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जाएगी। अगले कदम के तहत दोनों पक्षों की ओर से साक्ष्य पेश किए जाएंगे और मामले की अगली सुनवाई 13 जनवरी को होगी।
मंत्री के सामने भाजपा नेता का आरोप
यह विवाद तब सामने आया जब भाजपा नेता घोलू गुर्जर ने पंचायत मंत्री कृष्ण पंवार के समक्ष हिसार तहसीलदार राकेश मलिक पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि तहसीलदार ने न सिर्फ उनके साथ बदतमीजी की, बल्कि उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई। भाजपा नेता ने मंत्री के सामने हाथ जोड़कर कहा कि तहसीलदार ने उनके साथ गंदा व्यवहार किया और यहां तक कि पानी पीने के लिए अनुमति मांगी। घोलू गुर्जर ने मंत्री से इस मामले पर तत्काल एक्शन लेने की अपील की।
तहसीलदार पर भ्रष्टाचार के आरोप
भाजपा नेता ने तहसीलदार पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। इस पर नायाब तहसीलदार ने तहसीलदार के पक्ष को रखते हुए आरोपों को बेबुनियाद बताया। भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक सैनी और अन्य नेताओं ने भी घोलू गुर्जर का समर्थन करते हुए तहसीलदार पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया।
14 दिन पहले तहसील ऑफिस में हो गया था विवाद
यह विवाद तब शुरू हुआ जब 14 दिन पहले हिसार तहसील कार्यालय में घोलू गुर्जर और तहसीलदार राकेश मलिक के बीच बहस बढ़ गई, जिसके बाद तहसीलदार ने पुलिस को बुलाया। भाजपा नेता ने अपने साथी वकील और बार एसोसिएशन के अन्य सदस्य को मौके पर बुला लिया, जिससे तनाव और बढ़ गया। इसके बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई और इस मामले के चलते हिसार बार एसोसिएशन में कार्य ठप हो गया था। अगली सुनवाई 13 जनवरी को होने वाली है, जिसमें इस मामले में आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।