( गगन थिंद ) लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही यूपी भाजपा में खटपट जारी है. सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव मौर्य के बीच सबकुछ सही नहीं है. यही वजह है कि नतीजों के बाद से ही सीएम योगी की बैठकों में केशव मौर्य अक्सर दिख नहीं रहे हैं. अब उम्मीद की जा रही है कि यूपी भाजपा में खटपट का समाधान दिल्ली में ही निकलेगा. दिल्ली में कल यानी शनिवार को नीति आयोग की बैठक है. सीएम योगी इस बैठक के लिए आज शाम दिल्ली पहुंच रहे हैं. लेकिन यहां केवल योगी ही दिल्ली नहीं पहुंच रहे, डिप्टी सीएम केशव मौर्य भी दिल्ली पहुंचेंगे. भले ही सीएम योगी नीति आयोग की बैठक के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं, मगर मकसद बड़ा है. नीति आयोग की बैठक के इतर वह भाजपा के दिग्गजों से मिलेंगे और अपने मन की बात बताएंगे. सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में योगी आदित्यनाथ बीजेपी के बड़े नेताओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल सकते हैं. सीएम योगी पीएम मोदी के अलावा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा संग भी अलग से मुलाकात करेंगे. सबसे पहले सीएम योगी कल यानी 27 जुलाई को नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेंगे. इस बैठक के बाद वह सीधे बीजेपी मुख्यालय जाएंगे, जहां बीजेपी शासित राज्यों की मीटिंग होगी. सूत्रों का दावा है कि वह अलग से बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह से मिल सकते हैं. पीएम मोदी से भी उनकी मुलाकात संभव है. इन मुलाकातों के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ की यूपी विधानसभा उपचुनाव पर चर्चा होगी. साथ ही लोकसभा चुनाव में यूपी के रिजल्ट पर भी बातचीत होगी. सीएम योगी पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा से यूपी के नतीजों पर अपनी बात रखेंगे. साथ ही उपचुनाव में उनके नेतृत्व में भाजपा की क्या रणनीति होगी, इस पर भी मंथन करेंगे. सूत्रों का यह भी दावा है कि सीएम योगी डिप्टी सीएम केशव मौर्य के संग कथित अदावत पर भी चर्चा कर सकते हैं. इन मुलाकातों में सीएम योगी किसी तरह यूपी भाजपा में खटपट को दूर करने के लिए रास्ते तलाशेंगे और अपना पक्ष रखेंगे.
केशव भी जा रहे दिल्ली!
दिलचस्प बात यह भी है कि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या भी दिल्ली आ सकते हैं और संगठन नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. इससे पहले भी केशव मौर्य अचानक दिल्ली का दौरा कर चुके हैं, जहां उन्होंने जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. 16 जुलाई की रात दिल्ली में केशव प्रसाद मौर्य ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. उसके बाद यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने भी नड्डा से मुलाकात की थी और अब योगी दिल्ली आ रहे हैं. और अब कल याी 27 जुलाई को होने वाली बैठक को फाइनल बैठक के तौर पर माना जा रहा है. माना जा रहा है कि यूपी भाजपा में जो खटपट है, उसकी तस्वीर साफ हो जाएगी. उसके बाद से ही अटकलों का बाजार गर्म हो गया कि सीएम योगी और केशव मौर्य के बीच सब सही नहीं चल रहा है.
तारीखों में भाजपा में खटपट की कहानी
आखिर सीएम योगी और केशव मौर्य के बीच सब सही नहीं है, इस दावे को बल कैसे मिल रहा है. इसकी कहानी तारीखों में छिपी है. इन तारीखों से पता चलता है कि यूपी भाजपा में खटपट कब से जारी है.
8 जून 2024: लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा की समीक्षा बैठक हुई थी. इसमें बृजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य नदारद रहे.
15 जुलाई 2024: BJP प्रदेश कार्य समिति की बैठक में नड्डा और योगी के सामने केशव प्रसाद मौर्य ने संगठन को सरकार से बड़ा कहा.
18 जुलाई 2024: UP उपचुनाव के लिए 30 मंत्रियों की टीम बनी, मगर प्रदेश के दोनों डिप्टी CM शामिल नहीं
20 जुलाई 2024: प्रयागराज कुंभ को लेकर CM की बैठक, बैठक में नहीं गए केशव प्रसाद मौर्य.
22 जुलाई 2024: डिप्टी CM ने CM योगी के विभाग को पत्र लिखा और कार्मिक विभाग के अपर मुख्य सचिव से आरक्षण का ब्यौरा मांगा
23 जुलाई 2024: CM की बैठक में ओ.पी. राजभर शामिल नहीं हुए. ओ.पी. राजभर लखनऊ में के.पी. मौर्य से मिले
25 जुलाई 2024: प्रयागराज मंडल की समीक्षा बैठक. बैठक से केशव प्रसाद मौर्य नदारद