दो दिनों से हो रही बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक अब तक जिले में 65 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की गई है। वहीं
आगामी 12 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना जताई है। बारिश से जिले की कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं और दुकानों में पानी भर गया है। इसके
अलावा शहर के कई निचले इलाकों के सड़कों पर चार फुट तक जमा होने से लोगों को काफी परेशानी हुई। बारिश का पानी जमा होने से एक वर्ष पहले बना
एसबीआई रोड टूट गया। यहां पर सड़क टूटने से बजरी फैल गई। जिससे वाहन चालक को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
उधर, बारिश की बाट जोह रहे किसानों की मनोकामना पूरी हो गई है। बारिश के बाद किसानों के चेहरे पर मुस्कान है। अब किसानों को धान की फसलों में 10 दिन तक पानी नहीं देना पड़ेगा। इससे किसानों को बिजली व तेल का खर्च भी बचेगा। किसान प्रदीप चहल, कुलवंत, सूबेराम, रामपाल, कृष्ण का कहना है कि धान की फसल के लिए बारिश लाभदायक है। बारिश में नाइट्रोजन की मात्रा 41 प्रतिशत होती है। जो धान में खाद का काम करती है। बारिश के बाद भीषण व उमस भरी गर्मी से राहत मिली। दूसरी ओर धान रोपाई के कार्य में तेजी आई है। किसान धान रोपाई के लिए बारिश की एक माह से बाट जोह रहे थे। कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य समन्वयक डॉ. रमेश चंद वर्मा ने कहा कि आगामी 12 जुलाई तक बारिश की संभावना है। किसान धान की फसल में कृषि विशेषज्ञों की सलाह से पानी लगाएं। धान की फसलों के लिए बारिश वरदान है।
बारिश के बाद शहर की इन सड़कों पर जलभराव
बारिश के बाद शहर की कई सड़कों पर जलभराव हो गया है। शहर के करनाल रोड, अंबाला रोड, ढांड रोड, जाखौली अड्डा, माता गेट, पिहोवा चौक, छोटू राम चौक, पुराना बस स्टैंड, छात्रावास रोड, अमरगढ़ कॉलोनी, हिंदू कन्या स्कूल रोड, कबूतर चौक, भगत सिंह चौक, चंदाना गेट, नया बस स्टैंड के बाहर, पार्क रोड, सीवन गेट, लघु सचिवालय, अगरगढ़ गामड़ी, सेक्टर 19, सहित शहर की निचली कॉलोनियों में पानी जमा हो गया।