करनाल | मे आने वाले सर्दी के मौसम स्कूली बच्चे बाजरा से बने पकवान का स्वाद ले सकेंगे | इसके लिए जिला मौलिक शिक्षा कार्यालय की और से 140 मीट्रिक टन की बाजरे की मांग निदेशालय से की गई है | जिला मौलिक शिक्षाअधिकारी सदानद वत्स ,की अनुसार आगामी सर्दी मौसम बाजरे के गुलगुले ,खिचड़ी ,बिस्कुट ,बाजरे की पूरी ,करने के लिया निदेशालय 140 मीट्रिक टन की मांग भेजी गई है | यह पहली बार होगा स्कूली बच्चे बाजरे से बने लज़ीज व्यजनो का स्वाद ले सकगे | रेसिपी के अनुसार 20 प्रकार के भोजन का प्रावधान है |
जिले के 484 प्राइमेरी 293 और प्राइमेरी 91 हजार 257 बच्चे योजना से लाभ हो रहे है | मार्च 2018 से इन्हे हफ्ते में तीन दिन फ्लेवर्ड मिल्क भी उप्लाव्वाद कराया जाने लगा है | आहार को और अधिक पोस्टिक बनाने के लिए जुलाई 2019 से गेहु की बजाया फोर्टिफाइड आटा और अक्टूबर 2021 फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति की जा रही है | उन्होंने बतया की पीएम पोषण योजना जिले में पहली से पांचवी कक्षा के लिए 2004 वर्ष में और 2008 -09 मे विस्तार कर इसे आठवीं तक विद्यार्थियों के लागू कर उन्हे पका हुआ भोजन मुहया कराया जाने लगे