रोहतक. हरियाणा के रोहतक जिले की सुनारिया जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे राम रहीम की पैरोल अवधि 17 जुलाई को खत्म हो गई, इसके बाद वह वापस जेल लौट आया. राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी. राम रहीम 17 जून को पैरोल पर बाहर आया और इस दौरान बागपत स्थित बरनावा आश्रम में रहा. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख ने इस बार पैरोल के दौरान एक एल्बम भी जारी की. साथ ही मंच पर आकर संगत के लिए सत्संग भी किया.
राम रहीम ने पैरोल की यह अवधि यूपी के बागपत जिले के बरनावा डेरे पर व्यतीत की है. 17 जुलाई की शाम को पैरोल का समय पूरा हो गया था. इसके बाद सोमवार दोपहर बाद करीब पांच बजे चार गाड़ियों के काफिले में राम रहीम को सुनारिया जेल लाया गया.
वहीं हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि राम रहीम को 1 महीने की पैरोल मिली थी जिसे पूरी करके आज वह वापस सुनारिया जेल लौट आए हैं. वह एक धार्मिक गुरु हैं. लोगों की उनमें आस्था है. वह विषय अलग है. लेकिन रोहतक में वह एक सामान्य कैदी के रूप में रह रहे हैं. आगे भी सामान्य कैदी की तरह जो सुविधाएं या पैरोल उन्हें मिलती है वह मिलती रहेगी.
बता दें कि अगस्त 2017 में राम रहीम को दो साध्वियों के यौन उत्पीड़न केस में सजा हुई थी, जिसके बाद पंचकूला में हिंसा भड़क गई थी. सुरक्षा कारणों के चलते राम रहीम को हैलिकॉप्टर से रोहतक की सुनारिया जेल लाया गया था. तभी से राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है. एक माह पहले उसे 30 दिन का पैरोल मिला था. राम रहीम ने पैरोल की यह अवधि यूपी के बागपत जिले के बरनावा डेरे पर व्यतीत की है.