नई दिल्ली. कभी अपनी CRV के साथ एसयूवी सेग्मेंट में राज करने वाली होंडा सिंटी अब कुछ सेडान और हैचबैक मॉडल्स तक सिमट के रह गई है. खराब दौर से गुजरी कंपनी को अपनी कई गाड़ियों के मॉडल्स के साथ ही ग्लोबल प्लांट को भी बंद करना पड़ा. जिसमें होंडा का भारत में स्थित प्लांट भी था. लेकिन कंपनी एक बार फिर बुरे दौर से निकल चुकी है और बाजार में दूसरे कार मैन्यूफैक्चरर्स को टक्कर देने की तैयारी में है.
होंडा कार्स के प्रेसिडेंट और सीईओ ताकुया सुमुरा ने कहा कि कंपनी अब बाजार में बढ़त बनाने और अपने पैरों को फिर से जमाने के लिए कई कदम उठा रही है. उन्होंने बताया कि कंपनी ने बाजार में फिर अपनी बिक्री बढ़ाने और एसयूवी सेग्मेंट में दूसरों को टक्कर देने के लिए एक बार फिर अपने स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल को लॉन्च करने का फैसला किया है और कंपनी अगले साल तक बाजार में अपने नए एसयूवी मॉडल को लॉन्च कर देगी.
सुमुरा ने कहा कि कंपनी के लिए कोरोना काल के साथ ही तीन साल काफी बुरे रहे और मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि ईवी के लिए प्लांट और ऑपरेशंस को रिस्ट्रक्चर करने की जरूरत पड़ी. इस दौरान कई ग्लोबल प्लांट्स को बंद करना पड़ा जिसमें इंडिया का प्लांट भी था. हमारे लिए ये समय काफी मुश्किल था लेकिन अब वो समय बीत गया है और कंपनी एक बार फिर मार्केट में टक्कर देने को तैयार है.
एसयूवी सेग्मेंट में होंडा की फिलहाल कोई भी गाड़ी इंडिया में नहीं है. कुछ समय में होंडा ने सीआरवी, बीआरवी और मोबिलियो के प्रोडक्शन को बंद कर दिया है. वहीं अपने फ्लैगशिप मॉडल जैज और डब्ल्यूआर वी को भी कंपनी अगले साल बंद करने जा रही है. ऐसे में नई एसयूवी की घोषणा से ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि कंपनी सीआरवी के ही प्लेटफॉर्म पर ही एसयूवी लॉन्च करेगी. होंडा की फिलहाल सिटी और अमेज ही बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध
लगातार बंद होते मॉडल और कंपनी की बुरी हालत के चलते होंडा की इंडियन मार्केट में केवल 2.79 प्रतिशत ही हिस्सेदारी बची है. इससे पहले 2018-19 में ये 5.44 प्रतिशत दर्ज की गई थी. समुरा ने कहा कि एसयूवी मार्केट बड़ा है और इंडिया में ग्रो कर रहा है. ये व्हीकल मार्केट का करीब 50 प्रतिशत हो गया है, लेकिन इस सेग्मेंट में हमारी कोई प्रेजेंस नहीं है. अब हम इस सेग्मेंट में एक बार फिर आएंगे और मार्केट में अपना शेयर बढ़ाएंगे.