हरियाणा के झज्जर में रिश्तों को तार-तार करने वाली घटना हुई। मां की मौत के बाद एक नालाबिग को उसके ही ताऊ के बेटे ने ही हवश का शिकार बना डाला। 13 साल की नालाबिग 3 साल तक हैवान की करतूत को सहन करती रही। आखिर में मामा के घर पहुंचने के बाद उसने चाइल्ड हेल्पलाइन पर मदद मांगी तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। बाल संरक्षण अधिकारी ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। आरोपी अभी फरार है।
दिलचस्प बात यह है कि नाबलिग ने आरोपी की करतूतों को परिवार के सामने भी रखा, लेकिन सामाजिक तौर पर मामले को निपटा दिया गया। आरोपी हरकतों से बाज आने की बजाए वह इस विरोध को कुचलता चला गया। आरोपी की हरकतें कम नहीं हुई तो कुछ दिन पहले पिता अपनी बेटी और उसके छोटे भाई को मामा के यहां पर छोड़ आए और उनका रख-रखाव करने के लिए कहा।
मामा के घर आई नाबालिग ने जब अपने साथ बीती पूरी कहानी ब्यां की तो चाइल्ड हेल्पलाइन में शिकायत करते हुए मामला उठाया गया। जिसके बाद उसे रेस्क्यू कराते हुए बाल संरक्षण गृह में रखा गया है। नालाबिग की कई दौर की काउंसलिंग हो चुकी हैं। हालांकि, उसे बाल गृह में भी अपने छोटे भाई की चिंता सता रही है। कारण कि मां की मौत के बाद इस नाबालिग ने उसका पालन-पोषण किया था। जिला पुलिस के स्तर पर मामला दर्ज किया जा चुका है। आरोपी पकड़ से बाहर है।
जनवरी में भी जोर-जबरदस्ती की
पुलिस को दर्ज कराई शिकायत में नाबालिग ने आरोप लगाया कि आखिरी दफा जनवरी 2022 में ताऊ के बड़े लड़के ने उसके साथ जोर-जबरदस्ती की थी। पहले भी जब ऐसा किया था तो परिवार के लोगों ने अपने स्तर पर ही बात को निपटा दिया था। इससे पहले जब वह 10 साल की थी तो आरोपी ने उसके साथ जोर-जबरदस्ती की थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब दोबारा ऐसा होने के बाद जब मामला उछला तो पिता दोनों बच्चों को मामा के यहां पर पालन-पोषण के लिए छोड़ आया। झज्जर के बाल गृह में रह रही नाबालिग को अब अपने 4 साल के छोटे भाई की चिंता सता रही है। जिक्र सामने आया है कि माता की मौत के बाद नाबालिग ही छोटे भाई का हर स्तर पर ध्यान रखती थी। बाल गृह में वह कहती है कि उसका छोटा भाई उसके बगैर उदास और परेशान हो रहा होगा। विभागीय स्तर पर बच्ची की काउंसलिंग की जा रही है। साथ ही इस तरह का प्रयास भी है कि उसका जीवन पहले से बेहतर हो तथा दोबारा उसकी जिंदगी में इस तरह की घटना घटित नहीं हो।
हेल्पलाइन पर मांगी थी मदद
झज्जर जिला बाल संरक्षण अधिकारी अन्नू ने बताया कि मामा के घर पर रहते हुए नाबालिग ने चाइल्ड हेल्प लाइन से मदद मांगी थी। जिसके बाद टीम ने उसे रेस्क्यू करवाते हुए बाल गृह में छोड़ दिया है। बच्ची को अपने छोटे भाई की काफी चिंता हो रही है। काउंसलिंग की जा रही है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करवा दिया गया है।