पंजाब सीमा पर स्थित गांव सरौला के पास घग्गर नदी में डूबकर मरने वाले पशुओं की संख्या 40 से बढ़कर 46 हो गई है। यह आंकड़ा पशुओं के मालिक की तरफ से गिनती करने के बाद सामने आया है। वहीं शुक्रवार को एसडीएम चीका ज्योति मित्तल और विधायक ईश्वर सिंह ने भी घटनास्थल मुआयना किया।
पंजाब के मलेरकोटला से कुछ चरवाहे परिवार हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अपने करीब 70 पशुओं को लेकर आए थे। यह सभी दुधारू पशु थे। उन्होंने पंजाब की सीमा खत्म होने के बाद हरियाणा सीमा में गांव सरौला में पड़ाव डाला था और कुछ दिनों से यहां रह रहे थे। इन परिवारों के मुखिया लियाकत अली ने बताया कि सब ठीक चल रहा था, लेकिन वीरवार को पशु घास चरते हुए घग्गर नदी में उतर गए। इस दौरान जलखुंभी में फंसने से 46 पशुओं की मौत हो गई। घटना के अगले दिन शुक्रवार को मौके पर पहुंचे विधायक ने अधिकारियों को आदेश दिए कि चरवाहों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। एसडीएम व विधायक के दौरे के तुरंत बाद पशु डॉक्टरों की एक टीम मौके पर पहुंची और मृत पशुओं का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद डॉ. नवीन और विनोद ने पशुओं के दम घुटने के कारण मौत की पुष्टि की।