विद्यार्थियों के लिए राहत की बात यह है कि ऑनलाइन कक्षाओं की अनुमति मिल गई है। लेकिन वहीं स्वदेश लौटने के लिए विशेष विमानों में भी टिकट महंगे हो गए हैं। परिजनों ने मांग की है कि सरकार आपदा में कमाई के बजाय सस्ती दरों पर टिकट उपलब्ध करवाए। 20 हजार का टिकट सरकार द्वारा भेजे जा रहे विशेष विमान में 50 से 60 हजार का मिल रहा है।
यूक्रेन और रूस में बने युद्ध के हालात के बीच यूक्रेन में पढ़ाई के लिए गए छात्र-छात्राओं और परिजनों की चिंता बढ़ गई है। राहत की बात यह है कि वहां के विश्वविद्यालयों ने ऑनलाइन कक्षाएं लगाने की अनुमति दे दी है लेकिन 20 हजार रुपये तक में मिलने वाले यूक्रेन के टिकटों के दाम बढ़कर 60 हजार से एक लाख रुपये तक हो जाने से छात्रों और अभिभावकों की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। सरकार द्वारा भेजे जा रहे विशेष विमान में भी टिकटों की कीमत 60 हजार रुपये तक है, जिसे परिजनों ने कम करने की मांग की है।
हरियाणा के कलायत निवासी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि उनका बेटा यूक्रेन में पढ़ाई के लिए गया है। वहां विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन कक्षाएं लगाने की अनुमति दे दी है लेकिन वहां की जो टिकट सामान्य तौर पर 20 हजार रुपये में मिल जाती थी, वह अब 60 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक में मिल रही है। जो सक्षम परिवार हैं, वे टिकट ले भी रहे हैं।
जो कुछ सामान्य परिवार हैं, उनके लिए एकदम इतनी राशि का प्रबंध करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि जो विशेष फ्लाइट सरकार द्वारा भेजी जा रहीं हैं, उनके टिकट के दाम कम किए जाएं।
कसंलटेंट गुरदेव सैनी ने कहा कि अब राहत की बात है कि बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प मिल गया है। इसलिए वहां से बच्चे लौट रहे हैं। कैथल के दो बच्चे वापस भी आ गए हैं लेकिन 24 और 26 फरवरी के लिए जो विशेष विमान भेजने की बात की जा रही है, उसके लिए टिकटों की कीमत तीन गुना तक महंगी हैं। कुछ राज्यों द्वारा ये टिकट निशुल्क मुहैया करवाने की सूचनाएं भी मिल रहीं हैं। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। हरियाणा सरकार को भी इस बारे में फैसला लेना चाहिए।
यूक्रेन से लौटे कैथल निवासी छात्र ईश तागरा ने बताया कि भारतीय दूतावास ने नोटिस जारी किया है कि विद्यार्थी वहां से निकल लें। वह गत 16 फरवरी को कैथल पहुंच गया। उसका दोस्त 20 फरवरी को आया है। वहां चिंता की स्थिति है। इसलिए वे लौट आए हैं। अब यहीं से ऑनलाइन कक्षाएं लगाएंगे।
यूक्रेन में सोनीपत के छात्र आशीष ने कहा कि यहां से अब सभी बच्चे वापस लौट रहे हैं। 22 से 28 फरवरी तक भारत से विशेष विमान भेेजे जा रहे हैं। उसे 50 हजार रुपये में वापसी का टिकट मिला है। ज्यादातर विद्यार्थी अब यहां से निकल रहे हैं। दूतावास के अधिकारियों ने भी स्वदेश जाने के लिए कह दिया है। इस समय टिकट काफी महंगा हो गया है। पहले 20 से 30 हजार रुपये में मिल जाता था।