गांव चक्कू लदाना के राजकीय कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अब जल्द ही कॉलेज का नया भवन मिलने की उम्मीद जगी है। लोक निर्माण विभाग ने इसकी नई इमारत बनाने के लिए कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इमारत निर्माण के लिए विभाग ने 32 करोड़ 35 लाख रुपये के बजट का एस्टीमेट तैयार किया है। इसे विभाग के मुख्यालय को भी प्रेषित किया गया है। इसकी स्वीकृति मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।
लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन अरुण भाटिया ने बताया कि विभाग ने कॉलेज की इमारत के निर्माण से संबंधित प्रक्रिया शुरू कर दी है। निर्माण कार्य के 32 करोड़ 35 लाख रुपये के एस्टीमेट बनाकर मुख्यालय को भेज दिए हैं। उम्मीद है कि एस्टीमेट जल्द स्वीकृत हो जाएंगे। उसके साथ ही निर्माण कार्य का टेंडर लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। विभाग जल्द से जल्द कार्य को शुरू करने के प्रयास में है।
गौरतलब है कि चक्कू लदाना के राजकीय कॉलेज में वर्ष 2021 में विभिन्न कक्षाओं का शिक्षण कार्य शुरू हो गया था। तब से लेकर अब तक इस कॉलेज में पढऩे वाले विद्यार्थियों की कक्षाएं गांव के राजकीय स्कूल में लगाई जा रही हैं। इस समय कॉलेज में 200 के करीब विद्यार्थी विभिन्न कक्षाओं में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शुरुआत में जगह हो लेकर थोड़ी दिक्कत आई, लेकिन अब जगह मिलने के बाद विद्यार्थियों को नए भवन के बनने का इंतजार है।
ये होंगी सुविधाएं
कॉलेज की नई बनने वाली इमारत में विद्यार्थियों की आवश्यकता के अनुसार कमरों का निर्माण किया जाएगा। इसका भवन बहुमंजिला होगा। अलग-अलग कक्षाओं के अलग-अलग कमरों के साथ-साथ एक सेमिनार हॉल, प्रबंधन के लिए कार्यालय, विद्यार्थियों व स्टाफ के लिए शौचालय, सीढिय़ां व रैंप इत्यादी की व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा स्टाफ व वहां विभिन्न वाहनों से आने वाले विद्यार्थियों के लिए पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
नगर पालिका राजौंद में उच्च शिक्षा के लिए बनाए जाने वाले कॉलेज के लिए जमीन की उपलब्धता न होने की अड़चन दूर हो गई है। इससे जींद रोड पर आईटीआई के सामने जल्द ही कॉलेज का निर्माण शुरू कराया जाएगा। उच्चतर शिक्षा विभाग ने पीडब्ल्यूडी को इस काम के लिए रफ कास्ट एस्टीमेट व वास्तुकला विभाग को ड्राइंग के लिए चिट्ठी लिखी है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2020 में रक्षाबंधन के दिन काॅलेज देने की घोषणा की थी। इसके बाद राजौंद सरकारी स्कूल में कक्षाएं शुरू हो गई थी लेकिन जमीन नहीं मिल सकी। इसी कारण भवन निर्माण में देरी हो गई।
उन्होंने बताया कि इसके बाद जींद रोड पर आईटीआई के सामने बीर बांगड़ा की सात एकड़ सात कनाल जमीन को चिह्नित करते हुए ग्राम पंचायत की सहमति से आगे की प्रक्रिया शुरू की गई। अब पंचायत विभाग से काॅलेज निर्माण के लिए जमीन उच्चतर शिक्षा विभाग को स्थानांतरित कर दिया गया है। यही नहीं उच्चतर शिक्षा विभाग ने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता को रफ काॅस्ट एस्टीमेट बनवाने और वास्तुकला विभाग के मुख्य वास्तुकार को भवन निर्माण के ड्रांइग बनाने के लिए पत्र लिख दिया है।
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने बताया कि कालेज भवन निर्माण के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा अपनाई जा रही प्रक्रिया की वह खुद निगरानी कर रही हैं, ताकि भवन निर्माण के लिए प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू करवाया जा सके। उन्होंने इसके लिए लोक निर्माण विभाग व वास्तुकला विभाग के अधिकारियों को भी इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए हैं।