हरियाणा के रेवाड़ी शहर की ब्रास मार्केट से लाखों रुपए कैश से भरी बैंक ऑफ बड़ौदा की एटीएम मशीन को उखाड़ने का प्रयास करने वाले दो बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। बदमाशों ने खुलासा किया है कि रेकी करने के बाद उन्हें मालूम हो गया था कि एटीएम बूथ पर गार्ड नहीं है, जिसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया। वारदात के मास्टर माइंड का क्रिमिनल रिकॉर्ड भी सामने आया है।
बता दें कि 19 अप्रैल की रात को शहर की पॉश ब्रास मार्केट में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच के साथ लगे एटीएम को उखाड़ने का प्रयास हुआ था। वारदात को 4 बदमाशों ने अंजाम दिया था। पुलिस ने तकनीकी सहायता और CCTV फुटेज की मदद से महेंद्रगढ़ जिले के थाना अटेली के गांव गणियार निवासी रोहित पुत्र विजय सिंह और चंदपुरा निवासी प्रवेश पुत्र मामन सिंह को गिरफ्तार किया है। मामले में दो मुख्य आरोपियों की भी पहचान हो गई है, जो महेंद्रगढ़ जिले के ही रहने वाले हैं।
राकेश उर्फ समीर ने बनाया प्लान
डीएसपी अमित भाटिया ने बताया कि वारदात को सुलझाने के लिए धारूहेड़ा सीआईए इंचार्ज इंस्पेक्टर अजय कुमार तथा मॉडल टाउन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रतनलाल की अगुवाई में टीम गठित की गई थी। पुलिस ने गहनता से जांच करते हुए सीसीटीवी फुटेज की जांच की तथा गुप्त सूत्रों की मदद से एक सप्ताह के अंदर ही वारदात को सुलझा लिया। आरोपियों ने खुलासा किया कि नारनौल निवासी राकेश उर्फ समीर अपने साथियों के साथ उनके पास आया था और एटीएम मशीन उखाड़ने का प्लान बनाया था। दोनों ने इस वारदात में शामिल होना स्वीकार कर लिया और 19 अप्रैल की रात को वह सीधे रेवाड़ी पहुंचे।
बगैर गार्ड का एटीएम चुना
आरोपियों ने खुलासा किया कि वारदात से पहले उन्होंने एटीएम की रेकी की थी, जिसमें पाया कि ब्रास मार्केट स्थित र्बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम पर कोई गार्ड नहीं है। इसके बाद उन्होंने आसपास देखा और सबसे पहले अक्षय को नकाब लगाकर भेजा, जिसने एटीएम के सीसीटीवी कैमरों, सायरन की केबल काटकर अंदर मशीन को काटने का प्रयास शुरू कर दिया, लेकिन पुलिस का सायरन सुनकर वे भाग गए।
यदि पुलिस 5-10 मिनट नहीं आती तो वह अपना काम कर चुके होते। डीएसपी ने बताया कि वारदात में शामिल 2 अन्य आरोपियों की भी पहचान हो चुकी है और उनकी भी गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं। उन आरोपियों पर पहले दर्ज किए मामलों की भी जांच चल रही है। वहीं रोहित और प्रवेश को आगामी पूछताछ के लिए दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
अभी तक की पुलिस जांच में आरोपियों का जो आपराधिक रिकॉर्ड सामने आया है, उसमें गणियार निवासी आरोपी रोहित पुत्र विजय सिंह के खिलाफ थाना सदर महेंद्रगढ़ में चोरी, धोखाधड़ी के 3 और थाना खोल में भी लूट, चोरी, धोखाधड़ी के 6 मामलों सहित कुल 9 मामले दर्ज हैं। इसी तरह आरोपी प्रवेश के खिलाफ भी जिला महेंद्रगढ़ के साथ खोल इलाके में चोरी, धोखाधड़ी और लूट के 7 मामले दर्ज हैं।