( गगन थिंद ) पानीपत में चाचा ने अपने ही भतीजे पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। पूरे शरीर में आग लगी तो युवक बुरी तरह चीखने चिल्लाने लगा। बेटे की आवाज सुनकर उसकी मां वहां पर पहुंची। युवक की मां ने किसी तरह आग बुझाई। इस दौरान आरोपी वहां से फरार हो चुके थे। परिवार के सदस्यों ने युवक को सिविल अस्पताल पहुंचाया। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे प्राथमिक उपचार के बाद रोहतक PGI रेफर कर दिया गया। विवाद मजदूरी के 1500 रुपए के लेन देन को लेकर हुआ था। इस वारदात में आरोपी चाचा के साथ उसके परिवार के 3 और लोग शामिल थे।
चाचा की कंपनी से काम छोड़ा
घायल धर्मेंद्र ने बताया कि वह गांव नौल्था का रहने वाला है। हाल ही में वह गांव की एक कंपनी में हेल्पर का काम करता है। करीब 5 महीने पहले वह अपने चाचा बलवान के पोल्ट्री फॉर्म पर काम करता था। इस दौरान मजदूरी को लेकर उनकी कई बार बहस हुई।
मजदूरी नहीं मिली तो नौकरी छोड़ी
धर्मेंद्र ने बताया कि जब वह चाचा के पास नौकरी करता था तो उसकी मजदूरी के 1500 रुपए बाकी थे। कई बार अपने चाचा से कह चुका था की उसे पैसे चाहिए, लेकिन चाचा हमेशा ही टालमटोल करता रहता था। एक दिन फिर पैसों को लेकर बहस हुई और तैश में आकर नौकरी ही छोड़ दी।
चाचा के बेटे से कई बार झगड़ा हुआ
धर्मेंद्र ने कहा कि भले ही नौकरी छोड़ दी थी, लेकिन फिर भी उम्मीद थी की उसके पैसे मिल जाएंगे। पैसों के लिए वो कई बार चाचा के घर गया, लेकिन हमेशा उसे डरा धमका कर भगा दिया गया। इन्हीं 1500 रुपयों को लेकर धर्मेंद्र और उसके चाचा के बेटे करण के बीच कई बार झगड़ा भी हुआ। एक बार तो नौबत यहां तक आ गई थी की कर्ण ने उसे गोली मारने तक की धमकी भी दे दी थी।
रविवार को पैसे मांगने फिर पहुंचा धर्मेंद्र
धर्मेंद्र ने बताया कि रविवार को उसकी छुट्टी थी, इसलिए वो सुबह-सुबह अपने चाचा के घर पहुंचा और बची हुई मजदूरी मांगने लगा। इस पर चाचा और उसके परिवारजनों ने धर्मेंद्र के साथ खूब गाली-गलौज की। साथ ही उसे धमकी दी कि वो दोबारा पैसों की मांग ना करे। ये सब सुनकर वह वापस अपने घर लौट आया।
रात को चाचा ने घर में घुस की मारपीट
रविवार रात करीब 8 बजे फिर चाचा बलवान, चाची सुनीता, चचेरा भाई कर्ण और अंशु धर्मेंद्र के घर पर पहुंचे और सीधा अंदर घुस गए। इस दौरान धर्मेंद्र के पिता ड्यूटी पर गए थे और उसकी मां पड़ोस में ही किसी के घर गई हुईं थी। धर्मेंद्र को अकेला देख उन्होंने उसके साथ बुरी तरह मारपीट की। इस दौरान आरोपियों ने कहा- बार-बार पैसे मांगने आता है ना रुक हम तुझे आज सबक सिखाते हैं।
भाई ने फेंकी पेट्रोल की थैली
आरोपी धर्मेंद्र से मारपीट ही कर रहे थे कि तभी बलवान के बेटे यानी धर्मेंद्र के चचेरे भाई ने उस पर पेट्रोल से भरी थैली फेंक दी। पेट्रोल शरीर पर पड़ते ही धर्मेंद्र वहां से भागने लगा, लेकिन तभी बाकी लोगों ने उसे पकड़ लिया। चाचा ने माचिस की तिल्ली जलाकर उसे धर्मेंद्र के शरीर की ओर फेंक दिया। देखते ही देखते धर्मेंद्र के पूरे शरीर में आग फैल गई। इसके बाद आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देकर वहां से भाग गए।