( गगन थिंद ) महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने कैथल में महिलाओं की समस्याओं पर ध्यान देने के लिए एक बैठक की। उन्होंने बताया कि वे 25 महिलाओं की शिकायतों पर सुनवाई कर रही हैं। इसके अलावा, प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली के मामले पर उन्होंने कहा कि यदि कोई शिकायत आती है तो उसे जरूर संज्ञान में लिया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
जब उनसे पूछा गया कि महिला आयोग खुद भी संज्ञान क्यों नहीं लेता, तो उन्होंने इसका जवाब दिया कि वे शिकायतों का इंतजार करती हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में कोई राजनीतिक दबाव नहीं है और शिकायत मिलने पर ही आयोग पूरी जांच करेगा।
एसपी से जुड़े मामले की जांच पूरी
उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है और महिला आयोग के दरवाजे हर पीड़िता के लिए खुले हैं। इसी बीच एसपी आईपीएस सुमित कुमार से जुड़े एक अन्य मामले में पुलिस कमेटी ने अपनी जांच पूरी कर ली है। रेनू भाटिया के अनुसार यह रिपोर्ट जल्द ही महिला आयोग को सौंपी जाएगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
महिला आयोग ने स्पष्ट किया है कि वह महिलाओं की सुरक्षा और न्याय के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह मामला प्रदेश में राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर गंभीर चर्चा का विषय बना हुआ है।
महिलाओं की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई
महिला आयोग द्वारा आयोजित सुनवाई का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनकी समस्याओं को सीधे आयोग के समक्ष रखने का अवसर प्रदान करना है। इस दौरान महिलाओं से जुड़ी विभिन्न शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। कोई भी महिला जिसे किसी प्रकार की समस्या है, वह निर्धारित समय पर सभागार में पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है।
ड़ौली पर लगे आरोपों पर रखा पक्ष
हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली पर लगे रेप के आरोपों पर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि अभी तक आयोग के पास मामले में कोई औपचारिक शिकायत नहीं आई है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर पीड़िता की सहेली आकर बयान दर्ज कराती है, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। भाटिया ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और आरोप साबित होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।