( गगन थिंद ) वास्तु और शिल्प के देवता भगवान विश्वकर्मा जयंती पर कांग्रेस के युवा नेता नरेश जांगड़ा खनौदा ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। घरों के साथ गैराजों और फैक्ट्रियों में भगवान की आराधना की गई। मान्यता है कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से नई ऊर्जा मिलने के साथ ही कामकाज में आने वाली अड़चनें दूर हो जाती हैं। देशभर में देवताओं के शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर भगवान विश्वकर्मा की आराधना की गई और जगह-जगह झांकियां भी सजाई गई। हवन-पूजन के साथ प्रसाद वितरण किया गया। माना जाता है कि इस दिन विधि विधान से भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से रोजगार और बिजनेस में तरक्की मिलती है। वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विश्वकर्मा को देवताओं का शिल्पी कहा जाता है। वे निर्माण एवं सृजन के देवता है। इनको संसार के पहले इंजीनियर और वास्तुकार भी कहा जाते हैं। जयंती के अवसर पर विशेष पूजा अर्चना के साथ शहर में कई कार्यक्रमों के आयोजन हुए।