सिरसा से इनलो के समर्थन से विधानसभा चुनाव लड़ चुके गोकुल सेतिया को धमकी मिली है। विदेश से कॉल करने वाले ने अपने आप को नामी गैंगस्टर बताते हुए 1 करोड़ की रंगदारी मांगी है। पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी।
गोकुल ने सिरसा एसपी को पूरे मामले की जानकारी दी है और परिवार की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। धमकी मिलने के बाद सिरसा पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। सिरसा एसपी उदय सिंह मीना ने बताया कि गोकुल को इंटरनेशनल नंबर से कॉल आई थी और उस कॉल का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
सिरसा में पकड़े गए थे गुर्गें
कुछ दिन पहले गोकुल सेतिया पर हमला करने की प्लानिंग कर रहे तीन गुर्गों को सिरसा में पकड़ा था। इन गुर्गों को पंजाब की एंटी टास्क फोर्स ने सिरसा में दबिश देकर पकड़ा था। पूछताछ में इन्होंने गोकुल सेतिया को मारने के लिए सिरसा आने का खुलासा किया था। पंजाब पुलिस ने यह इनपुट हरियाणा पुलिस से सांझा किया। इसके बाद सिरसा पुलिस ने इनपुट के आधार पर उसे तीन सुरक्षा कर्मचारी दे दिए, लेकिन अब फिर से गोकुल सेतिया को कॉल करके रंगदारी मांगी
दो दिन पहले आई कॉल
आरोपियों ने दो दिन पहले विदेशी नंबर से गोकुल को कॉल की और हालचाल पूछा। फिर कामकाज पूछा और कहा कि हमारे आदमी पहले भी पकड़े गए थे, आपको पता चल गया होगा। इसलिए अब आपको सेवा लगानी है। यदि सेवा नहीं देनी तो अपनी प्रॉपर्टी अपने घर वालों के नाम कर दो, क्योंकि आगे तुम्हें इसकी जरूरत पड़नी नहीं। हमने अपने आदमी तुम्हारे और फिर भेजने हैं। जब सेवा को विचार बन जाए तो इसी नंबर पर कॉल कर लेना। गोकुल ने सिरसा एसपी को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत करवाकर अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
तीन सुरक्षा कर्मचारी
पूरे परिवार के पास तीन सुरक्षा कर्मचारी हैं। इसमें से एक रोटेशन बेस पर छुट्टी पर रहता है। लोकसभा चुनावों में करीब एक साल और विधानसभा चुनावों में करीब डेढ़ साल शेष है। ऐसे में गोकुल सेतिया का जनसंपर्क अभियान चल रहा है। गोकुल सेतिया के परिवार और उसके समर्थक उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित है।
इनेलो के समर्थन से लड़ा था चुनाव
गोकुल सेतिया के नाना पूर्व मंत्री लक्ष्मण दास अरोड़ा प्रदेश कांग्रेस के पंजाबी समाज के दिग्गज नेताओं में एक थे। वे हरियाणा के तीन बार मंत्री रहे हैं। 2014 में सेतिया परिवार कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुआ था। तब पूर्व मंत्री की राजनीतिक उत्तराधिकारी सुनीता सेतिया को भाजपा ने चुनाव में उतारा।
सुनीता सेतिया यह चुनाव हार गई। इसके बाद भाजपा ने 2019 में उन्हें टिकट नहीं दी, तब गोकुल सेतिया आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में उतरे। इनेलो ने उन्हें अपना समर्थन दिया। गोकुल सेतिया मौजूदा विधायक गोपाल कांडा से केवल 600 वोट से हारे।